Friday, October 19, 2007

“आभास का दीवाना है शहर भी...! प्रदेश भी....!!”

हर उम्र वर्ग समूह ने आभास को पसंद किया है । इस बात की पता साजी करने निकले आभास जोशी स्नेह मंच के लोग तो पाया कि अनवर अली साहेब हर उसके पक्ष में न केवल वोट करतें है बल्कि कराते भी हैं जो शहर जबलपुर से बाबस्ता हो. संजीव चौधरी जी ने बताया था कि :-"अनवर साहब ने प्राजक्ता शुक्रे को दिल खोल के वोट किये और कराए आप उनसे भी मिलिए " मंच के जीतेन्द्र भाई जब उनसे मिले तो पता चला कि अनवर साहब तो आभास के लिए पहले ही से कम कर रहें है....! बिल्डर सरदार अमरीक सिंह ने कहां:-"वाहे गुरु की मेहर से अपना आभास ही इंडिया की आवाज़ बनेगा मेरे पिंड दा मुंडा चक देगा इंडिया तुसी घबराओ न जी " तो मनवीर की राय थी:-"भैया के लिए मुझे बहुत जागना पड़ता है मम्मी पापा मैं हम सब आभास भैया के गाने सुने बिना नहीं सोते " नन्हें ऋतिक और सागर मनचंदा ने उलटे हमारी टीम से ही पूछ लिया:-"अंकल वोट कौन नहीं देता हमारे भैया को ...?" पत्रकार सुरेन्द्र दुबे को आभास का त्याग भाव बेहद भा गया:-"अपाहिज बच्चों की मदद के लिए बावरे फकीरा गाकर आभास ने जो किया है हम उसके लिए एक वोट नहीं करें तो उसके त्याग के लिए हमारा मूल्यांकन हमारी सोच को रेखांकित करता है" जैन समाज के प्रदीप जैन की राय में :-"लोग भारतीय संगीत की शक्ति को भुला न पायें, तभी तो पुराने सोने की पहचान कराता है आभास पर आज के दौर को भी आभास ने खुद में संजो लिया है ..... भाई....! बेमिसाल....!! लाजवाब.....!!!" मिक्की आहूजा तो आभास की गायकी से इस कदर मुतासिर हैं कि उनके सामने आप किसी और की तारीफ करेंगे तो उनका गुस्सा तुरंत नजर आ जाएगा। श्रीमती शिवेश गृहणी ने कहा:-"समय के साथ मनोरंजन के तरीके बदलते-मीडिया कलाकारों के लिए "आत्मिक-संबंध की डोर सी बाँध दी है मुझे मेरा बेटा गाता नज़र आता है जब आभास गाता है" ट्रांसपोर्ट व्यवसायी बाबी की राय थी -"आभास की टक्कर का वर्सटाइल मुझे किसी भी रियलिटी शो में नहीं मिला " जबकि राजा एवं सतीश वंशकार का मत है शहर के लोग अगर वोट करें तो हमारा आभास वाईस-ऑफ़-इंडिया ज़रूर बनेगा ! प्रिंटिंग व्यवसाय में संलग्न विनोद अरोरा एवं आटो-पार्ट व्यापारी संजय जैन ने कहा:-"प्राजक्ता के बाद आभास ने महानगरों को चुनौती जहाँ देकर जबलपुर का माथा ऊँचा किया वहीं मध्य-प्रदेश के लिए गर्व की बात है कि यहाँ के कलाकार जब छाते हैं दिलों पे तो दुनियाँ दंग रह जाती है " रेडिमेड-वस्त्रों का कारोबार करने वाली नीलम अरोरा ने बताया कि जबलपुर सिवनी मंडला कटनी यानी पूरा महाकौशल आभास का दीवाना है....! सब चाहतें हैं आभास के सर वी० ओ० आई० का ताज होना ही चाहिऐ, इसके लिए वे दर्शकों को नसीहत देना नहीं भूलीं -"भाई..वोट तो करो आभास के लिए प्यार को साबित करो " नीलम जैन जो प्रसारण विवादित क्षेत्र में रहतीं ने घर घर जाकर आभास को वोटिंग कराई वो कहतीं हैं:-"शहर के लिए अगर में थोड़ा-सा समय आभास के निकालती हूँ तो क्या बुराई है इसमें लोगों को वोटिंग पाॅवर देकर अपने पसंद का गायक चुनने की छूट मिली है तो इस अवसर को क्यों हाथ से जानें दूँ" साहित्यकार-कविगण भी आभास की दीवानगी से नहीं बच पाए महावीर नयन, आसुतोष "असर",राजेश पाठक "प्रवीण'', एस० ए० सिद्दीकी,डाक्टर संध्या जैन "श्रुति",कुमारी गीता"गीत", आनंद कृष्ण, डाक्टर विजय तिवारी "किसलय", तो आभास की वोटो के कारण पिछले दिनों हुए एलिमिनेशन को आभास की नहीं संगीत और सुर की हार माना जबकि पंकज शुक्ल इसे महानगरों से छोटे शहरों की स्पर्धा मानते कहतें है-"कोई तो है जो सीमित साधनों मी असीम कोशिश में लगा है...... ?" दिनभर सरकारी काम काज निपटाने में लगे मंडला के मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रसिद्ध कवि जगदीश जटिया हो या जिला कार्यक्रम अधिकारी महेंद्र द्विवेदी हों सभी आभास के लिए इयामित वोट ही नहीं करते वरन सहयोगियों से आभास की प्रस्तुतियों पर होतीं चर्चा में शामिल भी हो जाते है. संयुक्त-संचालक महिला बाल विकास श्रीमती राजपाल कौर दीक्षित, आर० एस० रघुवंशी [भोपाल] अक्षय श्रीवास्तव {भोपाल} जबलपुर के इस हीरे के बारे में अपने सम्पर्क में आने वालों से ज़रूर पूछते हैं.......! अनिल अरोरा, सरदार कुलवंत सिंह, कुमार मलकानी, मनोहर चावलानी,लोचन दुबे सामूहिक रूप से केबल विवाद को आभास के लिए रोड़ा मानते हुए कहतें हैं कि:-"स्टार-प्लस भी जिम्मेदार है कुछ हद तक...! जबलपुर की आधी जनता स्टार वाईस ऑफ़ इंडिया नहीं देख पा रही स्टार चाहे तो कुछ ही पलों में विवाद थम जायेगा" स्वप्निल जैन ने आभास जोशी को सबसे चर्चित गायक माना जबकि शिवानी अनुभा निष्ठा चिन्मय तन्मय तान्या कम वोटिंग के कारण की तलाश में है....! http://www.slide.com/r/FUGXmlG_7j_6t-5o-R9DORJUuhzVVYWT?previous_view=lt_embedded_url

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